ॐ शं शनैश्चराय नमः(Shani Mantra Om Sham Shanaishcharaya Namah) – इस शनि मंत्र के फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे!

Benefits of Shani Mantra Om Sham Shanaishcharaya Namah ॐ शं शनैश्चराय नमः” – इस मंत्र के फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे! जानिए “ॐ शं शनैश्चराय नमः” शनि मंत्र का जाप करने के अद्भुत लाभ, सही विधि और ज्योतिष अनुसार इसके वैज्ञानिक व आध्यात्मिक प्रभाव।

क्या आप बार-बार असफलता, बीमारी, कर्ज़ या मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं?
क्या आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या शनि दोष चल रहा है?

तो एक अत्यंत प्रभावशाली और सरल उपाय है:

“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
यह मंत्र शनिदेव को प्रसन्न करने वाला और कर्म शुद्धि प्रदान करने वाला महामंत्र है।

Benefits of Shani Mantra Om Sham Shanaishcharaya Namah इस मंत्र का अर्थ (Meaning):

Benefits of Shani Mantra Om Sham Shanaishcharaya Namah
ॐ शं शनैश्चराय नमः” – इस मंत्र के फायदे जानकर आप हैरान रह जाएंगे!
  • ॐ (Om): ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रतीक
  • शं (Sham): शांति और कल्याण
  • शनैश्चराय (Shanaishcharaya): शनिदेव, जो धीमे गति से चलते हैं
  • नमः (Namah): नमन और समर्पण

पूरा मंत्र शनि देव को शुद्ध भाव से समर्पित है, जिससे वे अपने क्रूर प्रभाव को शांत करते हैं और कृपा प्रदान करते हैं।

ॐ शं शनैश्चराय नमः” जाप करने के 7 चमत्कारी लाभ:

1. शनि दोष, साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति:

इस मंत्र का नियमित जाप शनि के नकारात्मक प्रभाव को शांत करता है।

2. कर्म शुद्धि और नियति में सुधार:

शनि कर्मों के फल देने वाले ग्रह हैं। यह मंत्र पवित्र और शुभ कर्मों की ओर प्रेरित करता है।

3. धन, करियर और व्यापार में स्थिरता:

जिनके काम बार-बार बिगड़ते हैं, उन्हें यह मंत्र जाप अवश्य करना चाहिए।

4. मन की शांति और चिंता से मुक्ति:

जप से मानसिक संतुलन और सकारात्मकता आती है।

5. अचानक दुर्घटनाओं से सुरक्षा:

शनि का प्रकोप कई बार जीवन को अचानक प्रभावित करता है – यह मंत्र रक्षक बनता है।

6. सच्चे न्याय की प्राप्ति:

जो अन्याय या कोर्ट केस में फंसे हैं, उन्हें राहत मिलती है।

7. आध्यात्मिक उन्नति और अनुशासन:

शनि संयम और अनुशासन का प्रतीक हैं – यह मंत्र जीवन को संतुलित बनाता है।

जप की सही विधि:

  • समय: शनिवार को प्रातः या सूर्यास्त के बाद
  • गिनती: 108 बार (रुद्राक्ष की माला से)
  • स्थान: शांत और पवित्र स्थान
  • अनुष्ठान: काले तिल और दीपक के साथ
  • श्रद्धा: मन, वाणी और कर्म से समर्पण भाव

मंत्र जाप के साथ कर सकते हैं ये उपाय:

  • पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं
  • शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं
  • शनि यंत्र या शनि रक्षा किट की स्थापना करें
  • किसी गरीब या अंधे व्यक्ति को दान दें

Disclaimer:

यह लेख केवल धार्मिक और ज्योतिषीय जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत है। यह किसी चिकित्सा, मानसिक या कानूनी सलाह का विकल्प नहीं है। कृपया किसी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श लें।

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