Shani Dosh Nivaran शनिवार को काले तिल और उड़द दाल का दान करने से शनि के दुष्प्रभाव कम होते हैं। जानें इसकी विधि, वैज्ञानिक कारण और चमत्कारी लाभ।
काले रंग का रहस्य और शनि ग्रह का संबंध
शनि ग्रह का रंग काला माना जाता है और यही कारण है कि काले तिल (Black Sesame) और काली उड़द (Black Urad) शनि से जुड़ी वस्तुएं मानी जाती हैं।
दान का अर्थ केवल त्याग नहीं होता, बल्कि वह ऊर्जा देना होता है जो ब्रह्मांड में संतुलन लाती है।
काले रंग के ये द्रव्य नकारात्मक शक्तियों को खींचते हैं और शनि के अशुभ प्रभाव को दूर करने की क्षमता रखते हैं।
Shani Dosh Nivaran दान करने की सही विधि (Step-by-Step):

- शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
- पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं और “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का 108 बार जाप करें।
- एक मुट्ठी काले तिल और एक मुट्ठी काली उड़द दाल को स्वच्छ कपड़े में बांधकर गरीब या जरूरतमंद को दान करें।
- इसे शनिदेव के नाम पर, मौन भाव से श्रद्धापूर्वक दें।
- दान करते समय मन में कोई लोभ या घमंड न रखें।
Shani Dosh Nivaran इस उपाय के सिद्ध लाभ:
- शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या और महादशा के प्रभाव में कमी
- मानसिक तनाव, असफलता और संघर्ष से मुक्ति
- दुर्घटनाओं और रोगों से बचाव
- कोर्ट-कचहरी या शत्रु बाधा से सुरक्षा
- नौकरी व व्यापार में रुकावटों का समाधान
- मानसिक शांति और आत्मबल में वृद्धि
Shani Dosh Nivaran विज्ञान और आध्यात्म का संगम
काले तिल में Omega-3, Iron और शक्तिशाली ऊर्जा होती है। यह न केवल शरीर बल्कि ऊर्जाक्षेत्र (Aura) को भी शुद्ध करता है।
दान करने की प्रक्रिया में अहंकार का विसर्जन होता है, और जब व्यक्ति समर्पण भाव से देता है, तो वह अपनी चेतना को ऊंचे स्तर पर ले जाता है।
उड़द दाल भी आयुर्वेद में तामसिकता को कम करने वाली और रोगहरण करने वाली मानी जाती है।
Disclaimer:
यह लेख धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है। कृपया किसी अनुभवी आचार्य या ज्योतिषी से परामर्श लेने के बाद उपाय करें। इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है।
निष्कर्ष:
काले तिल और उड़द दाल का दान एक छोटा उपाय है, लेकिन उसका असर जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकता है।
अगर आप शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या किसी अन्य दोष से पीड़ित हैं, तो इस उपाय को अपनाकर शनिदेव की कृपा प्राप्त करें।



