Rahu-Ketu Dosh क्या है? लक्षण, प्रभाव और फ्री सरल ज्योतिषीय समाधान

Rahu-Ketu Dosh राहु-केतु दोष क्या है?  आप लोगों ने अक्सर सुना होगा की राहु और केतु की वजह से व्यक्ति को बहुत अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन सच्चाई है कि इस बारे में संपूर्ण जानकारी किसी के पास नहीं होती है और लोग अंधविश्वास और ढोंगी लोगों के चुंगल में फंसकर अपने आप को बर्बाद कर लेते हैं।इंसान के जीवन में कई बार गंभीर समस्याएं पैदा हो जाती हैं।

Rahu-Ketu Dosh से परेशान व्यक्ति को कहीं भी मार्ग दिखाई नहीं देता है, और व्यक्ति अवसाद में चला जाता है इंसान को ना तो घर पर ना ही कार्यस्थल पर सफलता मिलती है व्यक्ति को जीवन में चारों तरफ से परेशानियों का सामना करना पड़ता है हालांकि हमारे शास्त्रों में राहु केतु को शांत करने के लिए बहुत ही आसान से उपाय बताए गए हैं लेकिन कुछ लोगों का धंधा आप लोगों के डर की वजह से ही चलता है।

जब तक आपके पास संपूर्ण जानकारी नहीं होती तब तक आपको किसी भी प्रकार का निर्णय नहीं करना चाहिए हालांकि हमारा मानना है कि अगर आपकी कुंडली में Rahu-Ketu Dosh है तो आपको उसका समाधान संपूर्ण जानकारी हासिल करके वैदिक विधिवत क्रियाओ से करना चाहिए ना की ढोंगी साधुओं के चक्कर में पढ़कर परेशान होना चाहिए।

अधिकतर जिन भी लोगों को राहु केतु की समस्या होती है उनके जीवन में ऐसा समय आता है जब बिना किसी स्पष्ट कारण के समस्याएँ बढ़ने लगती हैं — मानसिक अशांति, रिश्तों में खटास, अचानक आर्थिक नुकसान या निर्णय लेने में भ्रम। ऐसी स्थितियाँ अक्सर Rahu-Ketu Dosh के कारण होती हैं।


यह दोष जन्मकुंडली में ग्रहों की विशेष स्थिति के कारण बनता है और व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है।
इस लेख में जानिए Rahu-Ketu Dosh के लक्षण, इसके प्रभाव, और ज्योतिष के अनुसार इससे राहत पाने के प्रभावशाली उपाय।

Rahu-Ketu Dosh
Rahu-Ketu Dosh

राहु-केतु दोष क्या होता है?

जन्मकुंडली में राहु और केतु की स्थिति यदि सूर्य, चंद्रमा या लग्न के साथ अशुभ रूप से जुड़ जाए, तो इसे Rahu-Ketu Dosh कहा जाता है। विशेष रूप से कालसर्प योग या ग्रहण योग बनने पर यह दोष और भी शक्तिशाली हो सकता है लेकिन व्यक्ति को इन सब चीजों से घबराना नहीं चाहिए क्योंकि आपकी कुंडली को बदला नहीं जा सकता अर्थात आपका जन्म समय कभी भी बदला नहीं जा सकता है।

और आपकी कुंडली जन्म समय के अनुसार बनती है अतः हमारा मानना है कि आप लोगों को घबराने की जगह विधिवत तरीके से Rahu-Ketu Dosh को समझना चाहिए ताकि उसका निवारण आप खुद कर सकें या फिर किसी विशेषज्ञ से करवा सकें लेकिन उससे पहले थोड़ी बहुत जानकारी आपके पास होने से आपको धोखे होने के चांस बहुत कम हो जाते हैं।

राहु-केतु दोष के संभावित लक्षण:

  • अगर आपको किसी भी कार्य को करते वक्त बार-बार मानसिक उलझन या भ्रम की स्थिति होती है और आप किसी भी निर्णय को लेने में कंफ्यूज होते रहते हैं तो यह एक संभावित कारण हो सकता है कि आपकी कुंडली मेंRahu-Ketu Dosh हो।
  • अगर आपको बिना किसी कारण के ही असामान्य भय या चिंता लगी रहती है तो इसका मतलब है कि कहीं ना कहीं आपकी कुंडली में यह Rahu-Ketu Dosh है।
  • अगर आपको अपने जीवन में कभी भी कोई रिश्ता पूर्ण रूप से प्राप्त नहीं हो पाया है। और जो भी आपके साथ है उनसे भी आपको लगातार धोखा मिलता रहता है तो यह माना जाता है कि आपकी कुंडली में Rahu-Ketu Dosh संभव है।
  • Rahu-Ketu Dosh वाले व्यक्तियों के जीवन में एक बहुत ही भयानक समस्या रहती है कि उनको अपने करियर में सफलता नहीं मिल पाती है। उनको करियर में रुकावट का लगातार सामना करना पड़ता है वह लोग जो भी कार्य करते हैं उनमें उन्हें अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती हैं और वह लोग उसे कार्य को अधूरा ही छोड़ देते हैं।
  • Rahu-Ketu Dosh वाले व्यक्तियों के जीवन में अचानक आर्थिक नुकसान की समस्या लगातार बनी रहती है कई बार ऐसा होता है कि वह लोग आर्थिक समस्याओं से कभी ऊबर ही नहीं पाते हैं।
  • अक्सर देखा गया है कि Rahu-Ketu Dosh से परेशान व्यक्तियों को रात्रि में सोने में दिक्कत महसूस होती है और वह लोग रात को नींद में अक्सर बुरे सपनों को देखकर डर जाते है।
  • Rahu-Ketu Dosh से परेशान व्यक्ति अपने जीवन काल में अधिकतर अनिर्णय और दिशा भ्रम की स्थिति में रहता है।

राहु-केतु दोष से बचाव के सरल उपाय:

ऊपर दी गई समस्याओं में से अगर आपके जीवन में किसी प्रकार की समस्या का सामना आपको करना पड़ रहा है तो हमारा मानना है इसमें सबसे पहले आपको बहुत ही आसान उपाय करके देखना चाहिए हो सकता है कि बहुत ही मामूली सा कोई कुंडली में दोष हो जिसका निवारण आसानी से हो जाए।

  1. राहु और केतु के बीज मंत्रों का जाप करने से आपको जीवन में राहु और केतु के दोष से काफी हद तक मुक्ति मिल जाती है लेकिन आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी उपाय करने से पहले आपको उस पर संपूर्ण विश्वास करना बहुत ही आवश्यक है। अन्यथा अगर खुद ईश्वर भी आपके समक्ष आकर आपको उपाय बताए और आप उसे पर विश्वास नहीं कर पाएंगे तो आपका दोष कभी ठीक नहीं हो पाएगा

यहां पर हम दो राहु और केतु के दो सिद्ध मंत्र बता रहे हैं आप चाहे तो इनको सुन भी सकते हैं और खुद इनका उच्चारण भी कर सकते हैं इसके द्वारा आपको काफी हद तक मानसिक शांति मिल सकती है।

  1. “ॐ रां राहवे नमः” (108 बार)
  2. “ॐ कें केतवे नमः” (108 बार)
  3. नीले व काले वस्त्र दान करें
    अगर आप आर्थिक रूप से सक्षम है तो आपको शनिवार या बुधवार को निर्धनों को वस्त्र दान करने का भी लाभ मिल सकता है।
  4. राहु-केतु शांति पूजन
    अगर आपकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है तो आपको किसी अनुभवी ज्योतिषाचार्य से पूजा करावा लेनी चाहिए।

ऊपर दिए गए उपाय बिल्कुल सामान्य उपाय हैं और कोई भी व्यक्ति यह उपाय आसानी से कर सकता है अगर इन उपायों के ध्यानपूर्वक करने से आपको लाभ मिलना शुरू हो जाता है तो आपने अपने जीवन में लगातार करते रहे तो आपका जीवन बिना किसी रूकावटों के आसानी से चलता रहेगा और राहु केतु आपको आशीर्वाद देंगे।

अधिकतर देखा गया है की ज्योतिष विशेषज्ञ आम लोगों को राहु केतु दोष निवारण के लिए नीचे दिए गए उपाय बताते हैं हम आपको यह उपाय इसलिए बता रहे हैं कि आप चाहे तो इन उपायों को आजमा कर देख सकते हैं कि आपके जीवन में आपकी समस्याओं का अंत हो रहा है या नहीं।

  1. चांदी का नाग-नागिन यंत्र रखें या दान करें
    प्राचीन ज्योतिष की पुस्तकों और सिद्ध ज्योतिष ऑन के द्वारा अक्सर बताया गया है कि अगर व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प दोष है तो उसको चांदी के छोटे से नाग नागिन का यंत्र बनवाकर धारण करना चाहिए या फिर किसी मंदिर में उसको दान करना चाहिए हो सके तो आप अपने मंदिर में इस यंत्र की स्थापना करके अगर रोज राहु और केतु का जाप करते हैं तो उससे भी आपको लाभ होने की संभावना बनी रहती है। यह उपाय कालसर्प योग के लिए विशेष रूप से प्रभावी है।
  2. काले तिल और नारियल का जल में प्रवाह करें
    अक्सर राहु केतु से परेशान व्यक्ति मानसिक रूप से बहुत ही विचलित हो जाता है उसका भी एक बहुत ही आसान सा उपाय सिद्ध ज्योतिषों के द्वारा बताया गया है कि अगर व्यक्ति कुछ काले तिल और एक नारियल को बैठे हुए जल में प्रवाहित कर दे तो उसको मानसिक शांति और दोष शमन में सहायता मिलती है।
  3. भक्तिपूर्वक हनुमान जी का पूजन करें
    अगर आप राहु या केतु के दोष की वजह से जीवन में अत्यंत कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं तो आपको तुरंत हनुमान चालीसा का नियमित पाठ शुरू कर देना चाहिए इसके द्वारा राहु दोष शांत हो जाता है।

Rahu-Ketu Dosh निष्कर्ष:

राहु और केतु अदृश्य ग्रह हैं लेकिन इनका प्रभाव बहुत गहरा होता है। यह दोष जीवन में भ्रम, देरी और मानसिक क्लेश का कारण बन सकता है। सही समय पर उपाय अपनाकर हम न केवल इस दोष को शांत कर सकते हैं, बल्कि अपने जीवन को एक नई दिशा भी दे सकते हैं।

Disclaimer:

अस्वीकरण: यह लेख धार्मिक एवं ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है। यहाँ दिए गए उपाय किसी भी प्रकार की चिकित्सा, मनोविज्ञान या कानूनी सलाह का विकल्प नहीं हैं। कृपया किसी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श करें। यह जानकारी केवल जन सामान्य की जानकारी हेतु है।

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